Tuesday, August 14, 2012

sai baba per kuch sabd

हे साई आँसू कमजोरी की नि‍शानी है माना मगर
गम जब हद से गुजरने लगे तो रोना आता है..

हे साई अँधेरों से लड़ने की ताकत है मुझमें मगर
दि‍न जब रात से लंबा लगे तो रोना आता है..

हे साई हर दरि‍या तैर कर नि‍कल जाएँगे ये गुरूर अच्‍छा है मगर
जि‍स्‍म जब रूह से हारने लगे तो रोना आता है..

हे साई अपनी कि‍स्‍मत पर इठलाना अच्‍छा लगता है मगर
दि‍माग जब दि‍ल से हारने लगे तो रोना आता है..

हे साई यादों की दस्‍तक से कौन खुद को बचा पाया है मगर
कभी फलक सि‍तारों से खाली लगे तो रोना आता है..

हे साई मेरे दोस्‍तों का जि‍गर बहुत बड़ा है मगर
खुद से माफी न मि‍ले तो रोना आता है..

हे साई इस दुनि‍या में समीर से हाथ मि‍लाने वाले बहुत हैं
कि‍सी से दि‍ल ना मि‍ले तो रोना आता है....

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