sai ram

एक बार शिर्डी में गुढी पाडवा( Hindu lunar new year's Day) त्यौहार के लिए सारे शिर्डी वासी अपने भगवान शिर्डी साईं बाबा को अपने घर खाना खाने की दावत देते है और शिर्डी साईं बाबा इस दावत को स्वीकार कर लेते है अब सवाल उठता है, शिर्डी साईं बाबा एक ही समय में हर घर में दावत कैसे खा सकते है ? लेकिन जब गुढी पाडवा त्यौहार का दिन आया तो शिर्डी साईं बाबा जी हर घर में एक ही समय में विराजमान थे और खाना खा रहे थे और उसी वक़्त द्वारकामाई मस्जिद में मह्लसपति के साथ भी मोजूद थे, यह चमत्कार देख कर शिर्डी वासी, शिर्डी साईं बाबा की लीला को समझ नहीं पाए और सारे शिर्डी वासी अपने भगवान शिर्डी साईं बाबा के पास द्वारकामाई मस्जिद में इखट्टे हुए और किसी ने शिर्डी साईं बाबा से सवाल किया - साईं बाबा आप क्या सभी के घरो में थे ? साईं बाबा मुस्कुराये ! फिर साईं भक्त महलसपति ने भी सवाल किया - गुरुदेव आप एक ही समय में हर जगह कैसे ? शिर्डी साईं बाबा ने जवाब दिया - में हर तरफ हूँ, हर जगह हूँ, विश्व के कण कण में समाया हुआ हूँ, फिर शिर्डी साईं बाबा अपने भक्त के सामने अपने दिव्य स्वरुप में आ जाते है और कहते है - में अपने भक्तो का दास हूँ, मुझे भक्ति की प्यास सदा रहती है जो भी मुझे श्रद्धा और भक्ति से देखता है उसकी तरफ मेरी कृपा द्रष्टि सदेव रहती है, मैं अपने भक्तो की कामना पूरी करता हूँ और भक्तो के लिए हर समय हर जगह प्रकट हो जाता हूँ ....(ऐसे है हमारे शिर्डी साईं बाबा जी इसलिए हम उन्हें अल्लाह साईं राम साईं नानक साईं जीजस साईं मानते है क्योकि वो इस संसार के मालिक है और मालिक खुद एक दास बन कर मानवता की सेवा करता है, वाह! मेरे बाबा सब का मालिक एक - ॐ जय साईंनाथ जय साईंनाथ अदि न अंत तुम्हारा तुम्हे श्रधा नमन हमारा .... ॐ अल्लाह
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